दौसा : प्रदेश में चल रहे राहत शिविरों के तहत गांगदवाड़ी शिविर में मिले ‘घरवाली उपलब्ध कराने’ के चर्चित प्रकरण का सोमवार को आखिर पटाक्षेप हो गया। प्रशासन ने यह कहते हुए आवेदन खारिज कर दिया कि घरवाली उपलब्ध कराना संभव नहीं है।
दरअसल, गांगदवाड़ी में आयोजित शिविर में 40 वर्षीय कैलाश उर्फ कल्लू महावर ने प्रार्थना पत्र दिया था कि मुझे घरवाली (पत्नी) उपलब्ध कराने का कष्ट करें। कल्लू ने बताया कि प्रार्थना पत्र के अनुरूप 30 से 40 साल उम्र की पतली, गोरी और सभी कार्य में अग्रणी महिला मिले तो मैं शादी करने के लिए तैयार हंू। इस पर शिविर प्रभारी (तहसीलदार) हरिकिशन सैनी ने हल्का पटवारी को मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के आदेश दिए थे।
पंचायत सचिव, पटवारी और सरपंच की कमेटी बनाने की सिफारिश हुई
आदेश के जवाब में हल्का पटवारी ने तहसीलदार को लिखा कि ग्राम पंचायत सचिव, पटवारी और सरपंच की संयुक्त टीम बनाई जाए। ताकि आवेदक को समय पर पत्नी उपलब्ध कराई जा सके। इधर, मामला सुर्खियों में आया तो सोमवार सुबह कल्लू के घर पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। कल्लू ने बताया- मैंने शिविर में अपनी समस्या बताते हुए घरवाली उपलब्ध कराने की अर्जी दी थी। कल्लू पांच भाई-बहन में चौथे नंबर पर है। बड़ी बहन व तीन भाइयों की शादी हो चुकी है। कल्लू छोटे भाई के पास रहता है। ग्राम पंचायत व बाजार में दुकानों पर सफाई करने से जो पैसे मिलते हैं, उनसे जीवन यापन करता है।
हां, मैंने कमेटी बनाने को कहा- पटवारी
दुल्हन ढूंढने का वायरल आदेश फर्जी है। मैंने तो आदेश की पालना में तहसीलदार को पत्र भेजा है कि मामले में ग्राम पंचायत सचिव, हल्का पटवारी और सरपंच की संयुक्त टीम बनाएं ताकि आवेदक को समय पर पत्नी उपलब्ध कराई जा सके।
-बाबूलाल गुर्जर, पटवारी
हमने आवेदन खारिज कर दिया- तहसीलदार
पटवारी ने टीम गठित करने का पत्र दिया था। लेकिन ऐसे मामले में टीम गठित नहीं कर सकते। ऐसे में पटवारी और प्रार्थी के बयान के आधार पर हमने सोमवार को उक्त प्रकरण का आवेदन खारिज कर दिया।
-हरिकिशन सैनी, तहसीलदार, बहरावण्डा