अजमेर : राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की जनसंघर्ष यात्रा सोमवार को अजमेर में खत्म हो गई। पायलट ने पांच दिनों में 125 किमी पदयात्रा की। इस दौरान उन्होंने अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली अपनी ही कांग्रेस पार्टी की सरकार को कड़ी चेतावनी दी। पायलट ने कहा कि अगर उनकी मांगें इस महीने के अंत तक पूरी नहीं हुईं तो वे पूरे प्रदेश में आंदोलन शुरू करेंगे। उन्होंने तीन मांगें रखी हैं। पहली- पिछली भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोपों के खिलाफ कार्रवाई, दूसरी- राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPC) के विघटन और इसके पुनर्गठन और तीसरी मांग पेपर लीक से प्रभावित लोगों के लिए मुआवजा और कार्रवाई की मांग से जुड़ी है।
#WATCH | If our demands are not by the end of this month, then I will hold an 'andolan' with the public in the entire state. We will continue to raise the issues of the public: Rajasthan Congress MLA Sachin Pilot before the conclusion of his 'Jan Sangharsh Yatra' in Jaipur pic.twitter.com/jSjiEXTUkA
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) May 15, 2023
जनता ही मेरी एकमात्र पूंजी
पायलट ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमारी जन संघर्ष यात्रा का आखिरी दिन है। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि हमारी तीनों मांगें पूरी होनी चाहिए। जनता को अपनी एकमात्र ‘पूंजी’ बताते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वह राज्य भर में आंदोलन करेंगे।
अभी गांधीवादी तरीके से आंदोलन किया
उन्होंने कहा कि इस बार मैंने ‘गांधीवादी’ तरीके से ‘अनशन’ किया। लेकिन, अगर इस महीने के अंत तक हमारी मांगें नहीं मानी गईं, तो मैं पूरे राज्य में जनता के साथ ‘आंदोलन’ करूंगा। हम पैदल चलेंगे। जनता के साथ सड़कों, कस्बों और गांवों में जाएंगे। हम जनता के मुद्दों को उठाते रहेंगे और उनके न्याय के लिए लड़ते रहेंगे।
पायलट ने कहा कि हमारे पास अपना कुछ भी नहीं है। हमने सिर्फ जूते पहने और यात्रा शुरू की। मुझे उम्मीद भी नहीं थी कि यात्रा में कौन आएगा। लेकिन अल्पसूचना पर ही इस तरह बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े। हमारे पास एकमात्र पूंजी जनता है। उनके साथ, हम आंदोलन करेंगे। हम राज्य के कोने-कोने तक पहुंचेंगे।
11 मई को पायलट ने शुरू की थी यात्रा
दरअसल, पिछली वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के दौरान कथित भ्रष्टाचार के मामलों में राजस्थान सरकार की निष्क्रियता के विरोध में पायलट ने 11 मई को अपनी यात्रा शुरू की थी। इस साल के अंत में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं और कांग्रेस पार्टी 2024 में होने वाले महत्वपूर्ण लोकसभा चुनावों से राजस्थान में दोबारा सत्ता में लौटना चाहती है। पायलट ने कहा कि न तो मैं किसी पर आरोप लगाता हूं और न ही व्यक्तिगत स्तर पर मेरा किसी से कोई मतभेद है।