जयपुर : जयपुर में दिनदहाड़े बदमाशों ने बैंक लूट लिया। दो हथियारबंद बदमाश राजस्थान मरूधरा ग्रामीण बैंक में घुसे और कर्मचारियों को बंधक बना लिया। महज ढाई मिनट में साढ़े पांच लाख रुपए लूटकर फरार हो गए। खबर मिलने पर पुलिस ने नाकाबंदी कराई, पर बदमाश पकड़ में नहीं आए हैं।
एक चाकू लेकर अंदर घुसा, दूसरे ने पिस्तौल तान दी
ACP (आमेर) चन्दसिंह रावत ने बताया कि जयसिंहपुरा खोर थाना क्षेत्र के सायपुरा स्थित राजस्थान मरूधरा ग्रामीण बैंक में लूट की वारदात हुई है। गुरुवार दोपहर करीब ढाई बजे बैंक में तीन कर्मचारी (असिस्टेंट मैनेजर, कैशियर और पियॉन) मौजूद थे। दोपहर करीब 2:45 बजे नकाबपोश दो बदमाश बैंक में घुसे। बदमाशों ने चेहरा कपड़े से बांध रखा था। एक बदमाश ने तुरंत पिस्तौल निकालकर कर्मचारियों पर तान दी। दूसरे बदमाश ने चाकू की नोंक पर बैंक के कर्मचारियों को एक तरफ खड़ा करवा दिया।
चाकू लेकर बदमाश कैश समेटने लगा तभी दूसरे बदमाश ने पिस्तौल के दम पर तीनों कर्मचारियों को बंधक बना लिया। महज ढाई मिनट में बैग में 5.66 लाख रुपए भरकर बदमाश फरार हो गए।
जान से मारने की धमकी देकर दोनों बदमाश बाइक पर बैठकर फरार हो गए। लूट की वारदात के बाद बैंक कर्मचारियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
इधर, ये पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। एसीपी ने बताया कि पुलिस को बैंक लूटकर भागे बाइक सवार बदमाशों की आखिरी लोकेशन रामगढ़ मोड़ की ओर मिली है। पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी है।
लॉक तोड़कर कमरे से बाहर निकले कर्मचारी
एडि. डीसीपी (नॉर्थ-फर्स्ट) सुमन चौधरी ने बताया कि सिटी FSL टीम मौके पर पहुंची थी। जांच में सामने आया है कि रात के समय बैंक के बाहर लगे CCTV के तार को काटा गया है। पिस्तौल-चाकू दिखाने पर बैंक में मौजूद तीनों कर्मचारी डर गए थे।
बदमाशों ने उन्हें बैंक में बने एक रूम में बंद कर दिया था। बदमाशों के भागने के करीब 15 मिनट बाद जैसे-तैसे कर्मचारी लॉक तोड़कर कमरे से बाहर आए। इसके बाद पुलिस कंट्रोल रूम को बैंक लूट की सूचना दी।
सायपुरा स्थित राजस्थान मरूधरा ग्रामीण बैंक जयपुर-जमवारामगढ़ मेन बस स्टैंड पर स्थित एक दुकान में चल रहा है। सूत्रों की मानें तो रेकी के बाद लूट की वारदात को अंजाम दिया गया है। शाखा प्रबंधक रजत सक्सेना गुरुवार को ऑफ पर थे। बैंक में लूट के बाद रुपए बैग में डालते समय बदमाशों का चाकू वहीं गिर गया था। पुलिस ने इसे कब्जे में ले लिया है। लूट की वारदात का पता चलने पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग पहुंच गए।