बीकानेर : बीकानेर राजपरिवार की अंतिम महारानी और राजमाता सुशीला कुमारी का 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया। राजमाता पिछले कई साल से अस्वस्थ चल रहीं थी। उन्होंने ज्यादातर लोगों से मिलना बंद कर दिया था। वह अपने लाल लालगढ़ स्थित आवास में रहती थीं, शुक्रवार देर रात उन्होंने अपने आवास में अंतिम सांस ली। कल रविवार को सुशीला कुमारी का अंतिम संस्कार सागर गांव में स्थित राजपरिवार के श्मशान घाट पर किया जाएगा।


सुशीला कुमारी के बारे में कहा जाता है कि वे राजस्थानी भाषा को बहुत मानती थी। उनसे मिलने वाले राजस्थान के लोगों से वह इसी भाषा में बात करती थीं, राजस्थानी नहीं बोलने पर वह लोगों को टोक दिया करती थीं।
राजस्थानी में करती थीं बात
खास बात ये थी कि सुशीलाकुमारी से मिलने वालों से राजस्थानी में ही बात करती थीं। अगर कोई गलती से भी उनके आगे हिंदी या अंग्रेजी में बात करता तो वो पूछ लेती थीं कि राजस्थानी नहीं आती क्या? खासकर बीकानेर के स्थानीय लोगों से वो राजस्थानी में ही बात करना पसंद करती थीं।

अर्से से बीमार थीं
राजमाता पिछले कई सालों से अस्वस्थ थीं। उन्होंने आम लोगों से मिलना बंद कर दिया था। अस्वस्थता के बीच वो सामाजिक जिम्मेदारियां जरूर पूरी करती थीं। बीकानेर के पुष्करणा समाज के सावे की अनुमति देना हो या फिर कोई अन्य राजपरिवार कार्य हो, सुशीला कुमारी अब तक स्वयं मिलती थीं।