जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं-पिलानी : पिलानी ब्लॉक के किसानों की एफपीसी गठन के लिए एनएल फोरमैन होटल में एक बैठक लघु कृषक व्यापार संघ के बैनर तले संपन्न हुई. प्रगतिशील किसान संजय शर्मा ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि भारत सरकार किसानों के समूह को आजकल एफपीसी के तहत कंपनी एक्ट में रजिस्टर्ड कर रही है। इससे पहले से प्रचलित किसान सोसाइटियों और एनजीओ का महत्व कम करके सरकार इन नई फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी को बढावा दे रही है। इन कंपनियों के तहत किसान अपने हित की कोई भी व्यापारिक गतिविधियां चला सकते हैं। कृषि मंडी की तरह सभी तरह की जिंसों की खरीद-फरोख्त की जा सकती है।
खाद बीज की दुकान, भारी यंत्रों को किराए पर देना, उद्यम स्थापित करना आदि सब सामूहिक रूप से चलाये जा सकते हैं। किसान जयप्रकाश सरदारपुरा ने बताया कि यह योजना भारत सरकार द्वारा गठित और नाबार्ड द्वारा वित पोषित योजना है जिसमें एफपीसी को सरकार द्वारा कई तरह की सहायताएं, लोन, सब्सिडी और हर निजी व सरकारी खरीद में प्राथमिकता दी जाती है। यह कई तरह से किसानों की समस्याओं का समाधान करने का एक मंच है।
सुरेंद्र डूडी धींधवा ने बताया कि एफपीसी में जुड़ने वाला हर किसान उसका शेयर होल्डर होता है और उसे हर खरीद पर डिस्काउंट और सालाना लाभांश दिया जाता है. इसमें दस सदस्यों का प्रबंधन बोर्ड बनता है जो सभी वाणिज्यिक गतिविधियाँ करता है. अभी एफपीसी निर्माण की प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही क्षेत्र के लिए यह एक क्रांतिकारी कदम साबित होगा।
बैठक में किसान दलीप सिंह भोजा का बास, जितेंद्र जाखड़ गाडोली, मनीष श्योराण, संजय पूनिया, विकास पीपली, दिलबाग, बलबीर सिंह धनखड़, हरिराम डारा घुमनसर, चरणसिंह खेड़ला, राजरूप लीखवा, जगराम पूनिया बनगोठड़ी, लक्ष्मणसिंह लाठर रायला, मातुराम, अंतरसिंह धींधवा, विकास गौड़, लीलाधर सैनी, विनोद नारनौलिया पिलानी आदि से मौजूद थे।