“यह अनुचित है…” नेताजी के पोते ने सुभाष चंद्र बोस और ममता की तुलना को खारिज किया

कोलकाता, 6 जनवरी (एएनआई): नेताजी सुभाष चंद्र बोस के भतीजे चंद्र कुमार बोस ने टीएमसी नेता कुणाल घोष द्वारा उनकी तुलना ममता बनर्जी से किए जाने को अनुचित बताते हुए उनकी अलग-अलग नेतृत्व भूमिकाओं पर जोर दिया। उन्होंने दोनों नेताओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि नेताजी का ध्यान भारत की आज़ादी पर था, जबकि ममता बनर्जी आज की एक प्रमुख नेता हैं।

 

चंद्र कुमार बोस ने कहा, “नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत के मुक्तिदाता थे। उन्होंने भारत की आज़ादी के लिए अंतिम लड़ाई लड़ी। उन्होंने कांग्रेस पार्टी को नेतृत्व दिया। वह 1938 और फिर 1939 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष बने। लेकिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस का लक्ष्य राजनीति नहीं था। उनका लक्ष्य भारत की आज़ादी था। उन्होंने 18 अगस्त 1945 को भारत की स्वतंत्रता के लिए लड़ते हुए अपने जीवन का बलिदान दिया।

 

ममता बनर्जी एक जन नेता हैं। वह आज के भारत में एक बहुत ही महत्वपूर्ण नेता हैं। वह पश्चिम बंगाल की तीन बार की मुख्यमंत्री हैं। इसलिए सुभाष चंद्र बोस और ममता बनर्जी की तुलना करना, मुझे लगता है, एक अनुचित तुलना है। दोनों नेताओं को उनके अपने स्थान पर देखा जाना चाहिए।

 

मुझे समझ नहीं आता कि अचानक यह तुलना क्यों की जा रही है, क्योंकि दोनों ही बहुत सम्माननीय व्यक्तित्व हैं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत के उन नेताओं में से थे जो सभी समुदायों को ‘भारतीय’ के रूप में एकजुट कर सकते थे। हमें सुभाष चंद्र बोस को समझना चाहिए, इससे पहले कि हम उनकी तुलना आज के अन्य

Web sitesi için Hava Tahmini widget