12 Su-30 फाइटर जेट्स, 100 K-9 होवित्ज़र्स और अन्य उपकरण, भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना को 20,000 करोड़ रुपये का बूस्ट

रक्षा क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ पहल को एक बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीएस) ने लगभग 20,000 करोड़ रुपये की लागत वाले दो प्रमुख प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी है। यह बजट भारतीय वायुसेना (IAF) के लिए 12 Su-30 MKI फाइटर जेट्स और भारतीय सेना के लिए 100 K-9 वज्र सेल्फ-प्रोपेल्ड होवित्ज़र्स के लिए आवंटित किया गया है।

सीसीएस ने 12 दिसंबर को इन परियोजनाओं को मंजूरी दी, और Su-30 MKI जेट्स के लिए अनुबंध पहले ही हस्ताक्षरित हो चुका है। ये 12 Su-30 MKI जेट्स हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा लाइसेंस प्राप्त कर बनाए जाएंगे, जिसकी लागत लगभग 13,000 करोड़ रुपये है।

इसके साथ ही, 100 K-9 वज्र सेल्फ-प्रोपेल्ड होवित्ज़र्स का ऑर्डर लार्सन एंड टुब्रो (L&T) को दिया गया है। L&T द्वारा निर्मित इन होवित्ज़र्स में स्वदेशी सामग्री का स्तर और बढ़ाया गया है। गौरतलब है कि सार्वजनिक क्षेत्र की HAL और L&T को दिए गए इन दो प्रोजेक्ट्स से उनकी आपूर्ति श्रृंखलाओं में छोटे और मध्यम उद्यम (SMEs) को भी मजबूती मिलने की उम्मीद है।

स्रोत: एएनआई

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