आगरा जिले के थाना एत्माद्दौला की ट्रांस यमुना कॉलोनी में जुआ लूटने में निलंबित हुए चौकी प्रभारी योगेश कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वहीं, एसआई ने एसीपी के सामने बयान देते हुए कहा कि इस मामले में उनका कोई दोष नहीं है। चौकी प्रभारी के सामने उनकी नहीं चलती। शनिवार को ट्रांस यमुना कालोनी फेस-1 में पुलिस ने अमित जाट के घर पर छापा मारा था। वहां पर जुआ होते मिला था। पुलिस आरोपियों को ट्रांस यमुना चौकी ले आई थी।
इसके बाद उन्हें बाद में रुपए लेकर छोड़ दिया गया था। जुए की फड़ पर मिली रकम भी रख ली थी। इस मामले में चौकी इंचार्ज योगेश समेत चार पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था। चौकी इंचार्ज के खिलाफ मुकदमा लिखाया गया है। मुकदमा अमित जाट ने लिखाया है। उसने तहरीर में लिखा कि वह अपने तीन दोस्तों के साथ घर पर शराब पी रहा था। वे लोग ताश भी खेल रहे थे। दो सिपाही आए और पकड़कर चौकी ले गए। उसके बाद वसूली करके चौकी प्रभारी ने उन्हें छोड़ा। तहरीर में फड़ से लूटी रकम का जिक्र नहीं है।
एसीपी छत्ता हेमंत कुमार इस मामले कर जांच कर रहे हैं। उन्होंने आरोपी पुलिसकर्मियों के बयान लिए। सिपाहियों ने कहा कि उनका काम सिर्फ पकड़ने तक सीमित था। आरोपियों के खिलाफ क्या कार्रवाई होगी यह तय करने का काम चौकी इंचार्ज का था। चौकी इंचार्ज और आरोपियों के बीच में ही कोई बातचीत हुई थी। दरोगा आशीष पुंडीर ने कहा कि वह चौकी का प्रभारी नहीं है। चौकी प्रभारी के सामने उसकी नहीं चलती। वह किसी अधिकारी से शिकायत करता तो भी उसके खिलाफ कार्रवाई होती। इसलिए वो चुप रहा। उसका इस मामले से कोई मतलब नहीं है।