उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में गंगा और सरयू नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है। वहीं, टोंस नदी भी उग्र रूप धारण किए हुए है। जिसके कारण इलाकों के लोग बाढ़ के डर से सहमे हुए हैं। इसी क्रम में बीते दिन बुधवार को सपा के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर ग्रामीणों का हालचाल जान।
सपा नेता ने योगी सरकार पर लगाया आरोप
इतना ही नहीं सपा नेता राम गोविंद चौधरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री और अधिकारियों को कई बार पत्र और फोन के जरिए सूचित किया था कि बाढ़रोधी काम अप्रैल महीने में ही पूरा हो जाना चाहिए। लेकिन इन कार्यों को अनदेखा किया गया। इसका परिणाम यह हुआ कि टीकूलिया गांव का अस्तित्व ही खत्म हो गया। मैंने पांच बार मुख्यमंत्री, जलशक्ति मंत्री और अधिकारियों को इस क्षेत्र की भयावह स्थिति से अवगत कराया, लेकिन अब तक सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी के साथ विधानसभा अध्यक्ष उदय बहादुर सिंह, पूर्व प्रमुख अशोक यादव, कमलाकर यादव, अमित सिंह, ललन बैशाखी और भानु भी थे। सभी ने मिलकर बाढ़ पीड़ितों के हालात को समझा और उनके लिए तत्काल राहत कार्यों की मांग की।
रिपोर्ट : सत्येन्द्र सिंह