प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री जन औषधि योजना पर ठेकेदार पलीता लगाता नजर आ रहा है। महोबा जिला अस्पताल परिसर स्थित प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र में पिछले चार दिनों से ताला लटक रहा है जिसके चलते जिला अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों को सस्ती दरों में मिलने वाली दवाएं नहीं मिल पा रही हैं। जन औषधि केन्द्र में ताला बंद होने चलते आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को बाहर से दवाई खरीदनी पड़ रही हैं जिसके चलते उनकी जेब पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है। मामला संज्ञान में आते ही सीएमओ ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है।
आपको बता दें कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर गरीब तबके के मरीजों को सस्ती दरों पर दवाएं उपलब्ध कराने वाली प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र योजना लागू कर लोगों को बड़ी राहत देने का काम किया था। लेकिन यह योजना महोबा जनपद में बीते चार दिनों से बेमतलब साबित हो रही है महोबा जिला अस्पताल परिसर स्थित जन औषधि केंद्र में बीते चार दिनों से ताला लटक रहा है।
जिसके चलते जिला अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों को जिला अस्पताल से न मिलने वाली दवाएं बाहर से खरीदने पर मजबूर होना पड़ रहा है। बीते चार दिनों से बंद पड़ी जन औषधि केंद्र के बारे में जिला अस्पताल के सीएमएस का कहना है की जन औषधि केंद्र में तैनात फार्मासिस्ट की तबीयत खराब होने के कारण यह केंद्र बंद है। लेकिन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आसाराम ने मामला संज्ञान में आते ही जांच कर कार्रवाई की बात कही है।
सीएमओ डॉ आशाराम का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जन औषधि केंद्र का संचालन कर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए सस्ती दरों पर दवाएं उपलब्ध कराने के लिए यह योजना लागू की गई थी। जिला अस्पताल स्थित जन औषधि केंद्र बीते चार दिनों से बंद है तो इस पर जांच कर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। बहरहाल इतना तो है जिस तरीके से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आर्थिक रूप से कमजोर तबके के मरीजों को सस्ती दरों पर दवाएं उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहे हैं तो वहीं महोबा जिले में जन औषधि केंद्र संचालक द्वारा बरती जा रही लापरवाही इस योजना पर पलीता लगाती नजर आ रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आसाराम इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं।