उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीते दिन मंगवलार को सीएम आवास के पास उन्नाव की एक महिला ने आत्मदाह करने का प्रयास किया। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। जिसे लेकर यूपी की राजनीति का पारा गर्म नजर आ रहा है। महिला के साथ दो साल का बेटा भी था, जिसे सड़क किनारे बैठाकर उसने खुद को आग लगाई थी। फिलहाल महिला का इलाज KGMU ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है।
बेटे का सहारा बनी खाकी
वहीं दूसरी तरफ महिला के दो साल के मासूम बेटे का सहारा खाकी वर्दी बनी और महिला सिपाही ने बच्चे की देखभाल की। अब बच्चे को चाइल्ड केयर के सुपुर्द किया गया है। परिवार के लोग बच्चे की कस्टडी मांगेंगे तो उन्हें सौंपा जाएगा। वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा रहा है कि जिस वक्त महिला अंजली ने खुद को आग के हवाले किया, उस समय बेटा दिव्यांश पास में ही बैठा। जो बस रो रहा था, क्योंकि मासूम को क्या पता कि उसकी मां ने क्या कर लिया है? घटना के बाद महिला पुलिसकर्मियों ने बच्चे को संभाला और गोद में उठाकर उसे हेल्प डेस्क केबिन में ले जाया गया।
महिला सिपाही ने दिलाए नए कपड़े
जानकारी के अनुसार, महिला सिपाही गौतम पल्ली थाने की हेल्प डेस्क पर तैनात है। ममता देवी, राप्ती चावला और जीडी पर कार्यरत आरती मौर्या ने दिव्यांश के लिए हजरतगंज से नए कपड़े खरीदे। गंदे कपड़े उतारकर उसे डायपर पहनाया। नए-नए कपड़े भी पहनाए। भूख से बिलख रहे दिव्यांश को गिलास से दूध पिलाया गया, तब उसने राहत की सांस ली।
यहीं नहीं महिला पुलिसकर्मियों ने गौतम पल्ली थाने में करीब 8 घंटे तक उसे प्यार से रखा। डायपर और नए कपड़े पहनाने के साथ ही खिलाया, पिलाया। मंगवार देर शाम उसे सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया गया।