उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में आज यानी बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया जब एक जंजीर में कैद महिला जिला अस्पताल पहुंची। जंजीर में कैद महिला को देख अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। जिसके बाद दो साल से जंजीरों में कैद महिला को प्रोबेशन विभाग की पहल पर जिला अस्पताल लाया गया। जहां हालात नाजुक होने पर कानपुर रेफर कर दिया गया। महिला की मां ने ससुरालीजनों की प्रताड़ना के चलते मानसिक संतुलन बिगड़ने का आरोप लगाया है।
दरअसल, जिले के जलालपुर थानाक्षेत्र के पुरैनी गांव निवासी सुमन (25) की शादी करीब तीन वर्ष पूर्व जालौन जनपद के आटा थानांतर्गत ददरी गांव निवासी महेंद्र से हुई थी। सुमन की मां जनकिया ने बताया कि ससुरालीजनों की प्रताड़ना के चलते उनकी बेटी पागल हो गई। ससुरालीजनों ने उसे मारापीटा, मोबाइल पर बात करने को लेकर गंदे आरोप लगाए। जिस पर मुकदमा चला और बेटी की हालत बिगड़ती चली गई।
दो साल से जंजीर में कैद है महिला
दो साल पूर्व वह मायके में आकर रहने लगी। बताया कि 12 दिन पूर्व वह डीएम एसपी से मिली और बेटी के बारे में जानकारी दी। जिस पर उन्होंने उसके ठीक होने की बात कह इलाज कराने की सलाह दी। माँ का कहना है कि वह दो साल से जंजीर में कैद है। जिसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। जहां से चिकित्सकों ने कानपुर रेफर कर दिया।
वहीं दूसरी तरफ इमरजेंसी में तैनात डॉ. मोहित के अनुसार महिला मेंटली अनस्टेबिल थी। वह बार-बार बोल रही थी कि छोड़ दो मैं भाग जाऊंगी। जिसे कानपुर रेफर किया गया है।
उधर, इस मामले में जिले के प्रोबेशन अधिकारी राजीव सिंह का कहना है कि एसडीएम सरीला का महिला को लेकर फोन आया था। जिस पर उसे जिला अस्पताल लाया गया। जहां से उसे कानपुर रेफर किया गया है।