उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी काम में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर एक्शन लिया है। चित्रकूट में स्कूली बस का फिटनेस प्रमाण पत्र जारी करने में लापरवाही बरतने पर संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) को सस्पेंड कर दिया। जबकि सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की है।
यहीं नहीं सीएम योगी ने सभी अधिकारियों को निर्देश देते हुए साफ कहा है कि सरकारी कार्यों में किसी भी तरह की हीलाहवाली न की जाए। खासतौर पर भ्रष्टाचार और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों एवं कर्मियों पर सीएम योगी ने जीरो टॉलरेंस नीति के तहत सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
दरअसल, बीते दिन मंगलवार को चित्रकूट के श्रीजी इंटर कॉलेज की दो बसों को सीज कर दिया गया था। बसों में बच्चे बैठे हुए थे। बच्चों समेत बस को 10 किमी दूर पुलिस लाइन ले जाया गया। यहां करीब दो घंटे तक बस को खड़ा रखा गया। चित्रकूट संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) (RI) गुलाब चंद्र को संबंधित स्कूलों में जाकर बसों के फिटनेस चेक करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन उनके आदेशों को नहीं माना गया, जिसके कारण दोनों बसों का फिटनेस प्रमाण-पत्र जारी नहीं हो पाया। ऐसे में वाहनों को सीज करना पड़ा, जिससे बच्चों को भी तकलीफ हुई।
वहीं आज बुधवार को मामला संज्ञान में आने के बाद योगी सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की। RI (प्राविधिक) गुलाब चंद्र के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।