समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा में भाषण देते हुए सरकार को घेरते हुए कहा कि हर बात को जुमला बनाने वाले से लोगों को भरोसा उठ गया है। इसलिए ये बहुमत की सरकार नहीं, सहयोग से चलने वाली सरकार है। पेपर लीक मुद्दे पर बोलते हुए समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने कहा, “पेपर लीक क्यों हो रहे हैं? सच तो यह है कि सरकार ऐसा इसलिए कर रही है ताकि उसे युवाओं को नौकरी न देनी पड़े।” पिछले दस सालों की उपलब्धि इतनी रही है कि शिक्षा माफिया का जन्म हुआ है। सरकार को आशा का प्रतीक होना चाहिए, निराशा का नहीं।
लोकसभा में भाषण देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि जब अगली बार राष्ट्रपति का भाषण हो तो सरकारी भाषण न हो। अग्निवीर योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हम अग्निवीर योजना को स्वीकार नहीं करते, जब कभी ‘इंडिया’ गठबंधन सत्ता में आएगा तो हम इस योजना को खत्म कर देंगे।
ईवीएम का जिक्र कर अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे आज भी ईवीएम पर भरोसा नहीं है, मैं उत्तर प्रदेश में 80 सीट भी जीत जाऊं तब भी ईवीएम पर भरोसा नहीं होगा। अयोध्या का नाम लेते हुए अखिलेश ने कहा कि विपक्ष की जीत देश के परिपक्व मतदाताओं की लोकतांत्रिक समझ की जीत है। अखिलेश ने कविता सुनाकर बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि..
“होई वही जो राम रचि राखा
यह है उसका फैसला
जिसकी लाठी में नहीं होती आवाज
जो करते से किसी को लाने का दावा
वो हैं खुद किसी के सहारे के लाचार”