उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्मार्ट पुलिसिंग की शुरुआत करते हुए ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के लिए एयर कंडीशन हेलमेट बांटे। साथ ही 112 पीआरवी की अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस गाड़ियों को हरी झंडी दिखाई। इस खास मौके पर सीएम योगी ने कहा कि हमें स्ट्रिक्ट और सेंसटिव होने के साथ ही पुलिस का रिस्पॉन्स टाइम कम करना है। यूपी पुलिस का यह कार्यक्रम स्मार्ट पुलिसिंग का अभियान है। पीआरवी 112 के आधुनिकरण की दिशा में पुलिस को बधाई। सुशासन की पहली शर्त कानून का राज है। सुरक्षा का वातावरण राज्य का दायित्व है। सुरक्षा के लिए पुलिस अपनी भूमिका का निर्वाहन करती है। यूपी पुलिस ने सभी बातों को अक्षरशः उतारने का प्रयास किया है।
आगे CM योगी ने कहा कि पिछले सात सालों में उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपनी पहचान के साथ ही यूपी को भी नई पहचान दिलाई है। पिछले सात सालों में देश और दुनिया को कानून का राज दिखाई दे रहा है। पुलिस के काम से निवेश और व्यापार का नया युग शुरू हुआ। 2017 में जब मैंने शपथ ली, तब यूपी देश की छठी अर्थव्यवस्था थी। आज परिणाम हमारे सामने है। आज यूपी देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। निवेश, ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी कैसे होता है यूपी ने बताया। यह नारे नहीं हमारे काम जमीन पर उतरे। आज जनपदों में सबसे ऊंची बिल्डिंग पुलिस की है। निष्पक्ष और पारदर्शी पुलिस भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया। यूपी पुलिस के लिए फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट भी हमने बनाया।
यूपी पुलिस के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन
वहीं दूसरी तरफ डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि आज का दिन यूपी पुलिस के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। आज हमारी क्विक रिस्पांस 112 को आध्यात्मिक उपकरण से लैस पीआरवी वैन मिल रही है। 28000 इवेंट प्रतिदिन यूपी मे बन रहे है। पीआरवी 112 अत्याधुनिक उपकारणों से लैस किया गया है। 15 अन्य डिपार्टमेंट्स के साथ एकीकरणों का काम किया जा रहा है। जिससे यूपी में 112 की सेवा का विस्तार होगा। एक ही प्लेटफार्म पर आपतकाल सुविधा का लाभ जानता को मिलेगा। नागरिकों का पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है।