उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में STF ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी फाइनेंस कंपनी बनाकर लोगों को ठगने वाले गिरोह के 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से फर्जी लोन ऑफर लेटर, फर्जी अपाइंटमेंट लेटर, लोन के डॉक्यूमेंट्स, फॉर्म्स, आधार कार्ड, रजिस्टर डाटा और कंप्यूटर सिस्टम बरामद किए है। पकड़े गए सभी आरोपी मेरठ के ही रहने वाले हैं। जिनसे पुलिस पूछताछ कर जानकारी जुटाने में लगी है।
मामले में जानकारी देते हुए एसटीएफ के एएसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया काफी दिनों से शिकायत मिल रही थी कि कुछ लोग पैसे लेकर फर्जी लोन पास कराते हैं, नौकरी लगवाने का झांसा देकर रकम ऐंठते हैं। टीम लगातार इसकी जानकारी जुटा रही थी। बुधवार को अचानक गंगानगर में ऐसे लोगों के होने की सूचना मिली। जिसके बाद टीम मौके पर पहुंची तो नरेंद्र चौहान अपने साथियों के साथ मिला। जांच में कमरे में फर्जी फार्म भी मिले। जब उन लोगों से पूछताछ की गई तो नरेंद्र ने पूरा सच बताया जो इस गिरोह का सरगना है। ये लोग फर्जी फाइनेंस कंपनी बनाकर ठगी करते हैं। पिछले 6 महीने से इस काम में लगे हैं।
नौकरी लगवाने के नाम पर लेते थे 15 हजार रुपए
पूछताछ में नरेंद्र व उसके साथियों ने बताया कि ये लोग नौकरी लगवाने के 15 हजार रुपए प्रति कैंडिडेट लेते हैं। लोन पास कराने के लिए 20हजार रुपए एक एप्लीकेशन पर लेते थे। अब तक तमाम लोगों को इस तरह ठग चुके हैं। बताया कि हमारा आई ब्लॉक राठी कांप्लेक्स में भी एक ऑफिस है, वहां भी हम लोग यही काम करते हैं। लोगों से अकाउंट में ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर कराते हैं इसके बाद फर्जी ज्वाइनिंग लेटर और फर्जी लोन डॉक्यूमेंट जारी करते हैं।
पुलिस ने इन सभी को किया गिरफ्तार
बता दें कि एसटीएफ ने गंगानगर से जिन 9 आरोपियों को पकड़ा है उसमें नरेंद्र सिंह निवासी भावनपुर, लकी निवासी मुंडाली, उत्कर्ष तोमर निवासी मुंडाली, विपिन निवासी मुंडाली, संजय निवासी मुंडाली, जॉनी निवासी मुंडाली, हर्ष तोमर निवासी मुंडाली मनीष निवासी कंकरखेड़ा और आशीष चोहान निवासी कंकरखेड़ा शामिल है।