APL अपोलो फाउंडेशन ने प्रोजेक्ट आरोही के दूसरे चरण की शुरुआत की। इस चरण में अपोलो मेटलैक्स प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से पूर्वी दिल्ली के झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाली 70 से ज्यादा महिलाओं को ब्यूटीशियन ट्रेड में वोकेशनल ट्रेनिंग प्रदान किया जाएगा।
प्रोजेक्ट आरोही ने 6 महीने का ट्रेनिंग बढ़ाया, और वेतन और स्वरोजगार के लिए बुनियादी और एडवांस्ड ब्यूटी कोर्स पेश किए; ‘आरोही सेंटर’ का उद्घाटन एक प्रोफेसनल वर्क एनवायरमेंट में व्यावहारिक अनुभव और क्लाइंट इंगेजमेंट प्रदान करता है।
तेजस्विनी कार्यक्रम के तहत अब तक 52 वंचित महिलाओं को सहायता प्रदान की जा चुकी है। दूसरे चरण में 70 से 80 लाभार्थियों को सहायता प्रदान करना है, जिससे आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा मिलेगा।
18 अप्रैल 2024, दिल्ली: APL अपोलो ग्रुप की कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) ब्रांच ‘APL अपोलो फाउंडेशन’ ने पिछले साल महिला सशक्तिकरण के लिए अपने प्रमुख कार्यक्रम तेजस्विनी के तहत प्रोजेक्ट आरोही लॉन्च किया था। अब इस साल प्रोजेक्ट आरोही के दूसरे चरण में अपोलो मेटालेक्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा समर्थित प्रोजेक्ट आरोही (आरोहण से लिया गया जिसका अर्थ है चढ़ाई) के तहत पूर्वी दिल्ली के स्लम क्षेत्रों में वंचित समुदायों की 70 से ज्यादा लड़कियों/महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद करने के लिए ब्यूटीशियन बिजनेस और ब्यूटी पार्लर मैनेजमेंट में वोकेशनल ट्रेनिंग (व्यावसायिक प्रशिक्षण) प्रदान किया जायेगा।
ट्रेनिंग पीरियड (अवधि) को 4.5 से 6 महीने तक बैच के हिसाब से तैयार किया गया है क्योंकि इस दूसरे चरण में प्रोजेक्ट आरोही के पाठ्यक्रम को बुनियादी स्तर पर अतिरिक्त ट्रेनिंग के साथ एडवांस बनाया गया गया है। इसके अलावा ब्यूटी और वेलनेस इंडस्ट्री में उन्नति के आधार पर कई नए एडवांस्ड कोर्स भी तैयार किए गए हैं। ये कोर्स सामुदायिक स्तर पर मूल्यांकन करके और बाजार की मांग को देखकर ऐसी महिलाओं के लिए तैयार किये गए हैं जो वेतन कमाने यानी नौकरी करने और खुद का बिजनेस करने की मंशा रखती हैं। ट्रेनिंग लेने वाली इन महिलाओं को काम का असली अनुभव प्रदान करने के लिए एक प्रोफेसनल ब्यूटी पार्लर सेट-अप ‘आरोही सेंटर’ की भी शुरूआत की गयी है।
तेजस्विनी कार्यक्रम की शुरुआत पिछले साल के मध्य में हुई थी। तब से लेकर अब तक इस कार्यक्रम ने 52 वंचित महिलाओं को लाभ पहुंचाया है। फाउंडेशन का लक्ष्य एक ही क्षेत्र में 70 से 80 व्यक्तियों के बीच लाभार्थियों के एक बड़े समूह को सहायता प्रदान करना है। इसके अलावा APL अपोलो का लक्ष्य व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान स्थापित करने के लिए अपनी संगठनात्मक क्षमता को बढ़ाना है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां अपोलो ग्रुप की कंपनियां स्थित हैं, संगठन ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने के लक्ष्य रखे हुए है।
APL अपोलो फाउंडेशन की डायरेक्टर श्रीमती नीरा गुप्ता ने इस बारें में कहा, “महिला सशक्तिकरण को केंद्र में रखते हुए विकास पहलों और सामुदायिक आउटरीच प्रयासों के माध्यम से समावेशी विकास को बढ़ावा देना APL अपोलो फाउंडेशन के लिए एक प्रमुख प्राथमिकता रही है। प्रोजेक्ट आरोही के पहले चरण के तहत ट्रेनिंग लेने वाली सभी महिलाओं को 100% रोजगार हासिल हुआ। उन्हें स्किल ट्रेनिंग प्रदान करके हम न केवल उन्हें आजीविका कमाने में सक्षम बनाते है बल्कि उन्हें पहचान, वित्तीय रूप से सशक्त और सामाजिक सशक्तिकरण की भावना भी प्रदान करते है। इस साल प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में कई नई चीजों को लागू करने से हमें विश्वास है कि ट्रेनिंग लेने वाली ये महिलाएं भी आर्थिक रूप से स्वतंत्र और सक्षम होगी और समाज की बेहतरी में योगदान देंगी।
बेसिक कोर्स के अलावा प्रोजेक्ट आरोही के लाभार्थियों को ब्राइडल मेकअप, नेल आर्ट, मेहंदी लगाना, हेयरस्टाइलिंग, अरोमाथेरेपी, ट्रीटमेंट के लिए तेल तैयार करने, रसोई की चीजों को इस्तेमाल करके इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स द्वारा प्राकृतिक त्वचा/बालों की देखभाल के उत्पाद आदि बनाने के लिए एडवांस्ड ट्रेनिंग प्रदान किया जायेगा।
लाभार्थियों को रोजगार के लिए भी ट्रेनिंग भी प्रदान किया जाएगा और उन्हें मजदूरी रोजगार पाने में मदद करने के लिए मॉक इंटरव्यू सेशन भी आयोजित किए जाएंगे। इनके साथ-साथ सॉफ्ट स्किल्स, पर्सनल हाइजीन (व्यक्तिगत स्वच्छता), क्लाइंट हैंडलिंग, एंट्रेप्रेन्योरशिप, इन्वेंट्री मैनेजमेंट, कस्टमर इंगेजमेंट, सोशल मीडिया मैनेजमेंट, डिजिटल और फाइनांस जानकारी, फ्रीलांसिंग के लिए सोशल मीडिया उपस्थिति और इंटर्नशिप/ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग भी प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा सूचना के आदान-प्रदान, ऐप्स के माध्यम से अपडेट रहने और फिजिकल मीटिंग के लिए कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर चुके छात्रों के नेटवर्क समूहों के माध्यम से स्किल बढ़ाने पर नियमित अनुभव साझा किया जायेगा और मार्गदर्शन भी किया जायेगा।
BY : News Desk