जहां एक तरफ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ प्रदेश को स्वच्छ बनाने के लिए तरह तरह के अभियान चलाकर स्वच्छता का संदेश देने का अथक प्रयत्न कर रहे हैं तो वहीं कुछ जिम्मेदार सरकार के मंसूबों पर पानी फेरने का काम करते नजर आ रहे हैं। ताजा मामला मौदहा विकासखंड की ग्राम पंचायत सिसोलर का है जहां के जिम्मेदार ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी कुंभकर्णी नींद में इस कदर सोए हुए हैं कि उनके कान में साफ सफाई से संबंधित जूं तक नहीं रेंग रही है। गंदगी का आलम कुछ इस कदर है कि गांव की सड़कों पर पैदल चलना दुस्वार हो गया है।
वहीं ग्रामीणों ने बताया आए दिन लोगों की मोटरसाइकिलें फिसलकर गिर जाती हैं जिससे मोटर साइकिल स्वर घायल हो जाते हैं। भारी गंदगी के चलते स्थानीय लोगों को सांस लेने में भी तकलीफ हो रही है। गांव की सड़कों में भरा दलदल ग्रामीणों के लिए भारी मुसीबत बना हुआ है। कीचड़ से बजबजाती हुई सड़कें घातक बीमारियों को खुलेआम न्योता दे रही हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान व सचिव से साफ सफाई करवाने के लिए कहने पर कोई भी ध्यान नहीं दिया जाता। ग्रामीण ने बताया की सड़कों से निकलने वाले स्कूली बच्चे अक्सर दलदल गिर जाते हैं जिससे उनकी स्कूली ड्रेस भी गंदी हो जाती है। ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत में साफ सफाई करवाए जाने की मांग की है।