नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी एवं निगमायुक्त लोकेश चन्द्राकर ने आज मॉर्निंग विजिट के दौरान 42 एवं 24 एमएलडी फिल्टर प्लांट का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने फिल्टर बेड, एरीएशन चेंबर, वाश वाटर एवं फिल्टर प्लांट के अन्य स्थानों में पहुंचकर जल शुद्धिकरण के लिए अपनाए जा रहे पूरे कार्यों का अवलोकन कर सम्पूर्ण प्रक्रिया को समझे। जल शुद्धीकरण की प्रत्येक विधि का जायजा लेते हुए, नगर पालिक निगम क्षेत्र के हर वार्ड में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था निरंतरता बनी रहे इसके लिए उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए। फिल्टर प्लांट के लैब में पहुंचकर केमिस्ट से चर्चा करते हुए उन्होंने पानी में पाए जाने वाले तत्वों और टर्बिडिटी की जांच को गंभीरता से करने के निर्देश दिए।नगर पालिक निगम क्षेत्र के नागरिकों को शुद्ध पेयजल मिलता रहे इसके लिए जलकार्य विभाग की टीम पूरी मुस्तैदी से अपने कार्य में जुटी हुई है।
कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने कहीं भी विशुद्ध पानी न पहुंचे इसके लिए पानी सेंपल जांच के साथ ही सभी जोन क्षेत्रों से रेंडम जांच करने के निर्देश भी दिए। अधिकारियों ने बताया कि फिल्टर प्लांट मे शिवनाथ नदी से आने वाले पानी से लेकर डिस्ट्रीब्यूशन वाटर के सैंपल तक की प्रक्रिया का अवलोकन किया। जल शुद्धिकरण के इस्तेमाल में उपयोग होने वाले क्लोरीन, ब्लीचिंग एवं अन्य संसाधनों की उपलब्धता की जानकारी ली। वाटर टेस्टिंग लैब में पहुंचकर संधारित पंजियों का तिथि अनुसार अवलोकन किए। निगम आयुक्त ने प्रतिदिन पानी टंकी और अंतिम छोर के जल स्रोत से लिए जाने वाले सेम्पल के पानी टेस्टिंग की रिकॉर्ड व्यवस्थित करने कहा।
फ़िल्टर प्लांट में नदी से आ रहे रॉ वाटर और सप्लाई होने वाले क्लियर वाटर की जानकारी लेते हुए लैब में केमिस्ट से रोज़ाना हो रहे टेस्ट रिपोर्ट की जानकारी मांगी और आटोमेटिक स्काडा सिस्टम की जानकारी कंप्यूटर के माध्यम से लिए, उन्होंने कहा सभी टंकियो में हो रही क्लियर वाटर सप्लाई में इस्तेमाल हो रहे मोटर पंप की क्षमता के बारे में अधिकारियों से जानकारी रिपोर्ट पूछे।निरीक्षण के दौरान कार्यपालन अभियंता दिनेश नेताम, स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली, उपअभियंता मोहित मरकाम, जलकार्य निरीक्षक नारायण ठाकुर व अन्य अधिकारीगण मौजूद रहें।