झुंझुनूं-नवलगढ़(बाय) : नवलगढ़ चौरागढ़ खेड़ा खेतड़ी हरियाणा बॉर्डर को जोड़ने वाली सड़क पर बाय गांव में रास्ता अब प्रशासन की कार्रवाई के इंतजार में है कई बार आदेशों के बावजूद भी कार्य रुका हुआ है प्रशासन सो रहा है और आमजन परेशान होता नजर आ रहा है। करीब सवा साल से बाय गांव में अतिक्रमण हटाने को लेकर पीडब्ल्यूडी विभाग वह ग्राम पंचायत में सर्व सहमति से 7 मीटर रोड वह एक 1 मीटर नाली नाली निर्माण को लेकर सहमति बनी थी लेकिन तीन मकान मालिक इस रास्ते में रोड़ा बन रहे हैं जानकारी के मुताबिक नवलगढ़ चौराड़ी खड़खड़ा खेतड़ी हरियाणा बॉर्डर को जोड़ने वाली नवलगढ़ गुड्डा रोड का कार्य 16 महीने से ग्राम बाय में रुका हुआ है। जिसमें PWD विभाग द्वारा 26 दिसंबर 2022 को बाय ग्राम पंचायत को 73 मकान मालिको को अतिक्रमण हटाने का पत्र देकर आदेशित किया गया था।
WD विभाग द्वारा 26 दिसंबर 2022 को बाय ग्राम पंचायत को 73 मकान मालिको को अतिक्रमण हटाने का पत्र देकर आदेशित किया गया
ग्राम पंचायत ने 23 मई 2023 को ग्रामसभा में सर्वसहमति से सड़क बनाने को लेकर सहमति से प्रस्ताव पारित हुआ
3 मकान मालिको ने अतिक्रमण नही हटाया
जिसमे ग्रामीणों द्वारा सहमति से अतिक्रमण हटाने को लेकर सहमति भी बनी लेकिन उनमें से 3 मकान मालिको ने अतिक्रमण नही हटाया जिससे सड़क निर्माण नही हो पाया। वही ग्राम पंचायत ने 23 मई 2023 को ग्रामसभा में सर्वसहमति से सड़क बनाने को लेकर सहमति से प्रस्ताव पारित हुआ और 7 मीटर रोड व 1-1 मीटर नाली का प्रस्ताव पास किया गया। ग्रामसभा में PWD विभाग के AEN और JEN अधिकारी भी मौजूद रहे और प्रस्ताव की कॉपी दोनो अधिकारियों को देकर अतिक्रमण हटाने की अनुमति दी।
70 ग्रामवासियों ने स्वयं अतिक्रमण हटाने पर सहमति जताई
अधिकारियो सभी को अतिक्रमण हटाने के लिए पाबंद किया वही ग्रामवासियों ने स्वयं अतिक्रमण हटाने पर सहमति जताई लेकिन 73 मालिको में से 70 लोगों ने खुद ही अपने मकान तोड़ कर अतिक्रमण हटाया लेकिन उनमें से 3 मकान मालिकों ने अतिक्रमण नही हटाया। जिसके कारण आज तक सड़क का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका और हजारों की संख्या में आने जाने वाले यात्रियों एवं वाहनों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है वही पीडब्ल्यूडी विभाग ने अभी तक अतिक्रमण का सीमा ज्ञान भी नहीं किया है। मामले में PWD विभाग ने तहसीलदार व एसडीएम से जवाब भी मांगा है मगर सोया हुआ प्रशासन इस मामले में अभी तक कोई जवाब नहीं दे पाया है।
अब देखना है कि सोए हुए प्रशासन के कारण जनता कब तक परेशान होती है। परेशान लोगों ने टूटे मकानों के कारण हो रही परेशानी वह टूटी सड़क से परेशान होने के बाद अब आंदोलन की चेतावनी भी दे रहे हैं