झुंझुनूं-गुढ़ागौड़जी : पहले मंत्री पद से, फिर विधानसभा से और इसके कुछ मिनटों बाद कांग्रेस पार्टी से निष्कासित किए गए विधायक राजेन्द्र सिंह गुढ़ा ने फिर सीएम अशोक गहलोत पर आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा में सीएम के इशारे पर ही मुझे मारा-पीटा और बाहर निकाला गया है।
देर रात भास्कर से बातचीत में उन्होंने कहा कि अब वे ऊंट गाड़ी से पूरे शेखावाटी क्षेत्र की जनता के सामने जाएंगे और अपनी बात कहेंगे। क्षेत्र में जनता के बीच निकलूंगा और पूछूंगा कि मैं क्या करुं। उन्होंने आरोप लगाया कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने मुझे लात मारी। विधानसभा में 30-40 विधायकों ने मुझे नीचे गिरा कर दबा दिया।
मैं अकेला था, फिर चारों तरफ मार्शल भी लटक गए। मुझमे अब वो 25 साल पहले वाली बात नहीं है, इस स्टेज पर अब कम होगी ही। विधानसभा में महिलाओं के सम्मान व लाल डायरी को लेकर बात नहीं सुनी जाने के बारे में गुढ़ा ने कहा कि यह बात रखने के लिए कल से जनता के बीच निकल रहा हूं। पूरे शेखावाटी में जाऊंगा। अपने लोगों से पूछ लेता हूं कि इतना अपमानित होने के बाद अब मुझे क्या करना है।
बीजेपी आपको स्पोर्ट कर रही है, बसपा टिकट नहीं देगी, आगे क्या भीम आर्मी को विकल्प के रूप में चुनेंगे के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजेन्द्र गुढ़ा इतने सालों से है।
मैं पर्याप्त नहीं हूं क्या? कहां से अरविंद केजरीवाल को लाऊंगा, कहां से उसको लाऊंगा, मेरा खुद का सिस्टम नहीं है क्या। बीजेपी वालों से लड़ाई है, उन्होंने जेल में डाला, घर तोड़े थे। विधानसभा क्षेत्र से दो चुनाव लड़ चुके रविन्द्र भड़ाना के बयान सीएम साहब को यह काम बहुत पहले कर देना चाहिए था पर गुढ़ा ने कहा कि ये उनकी पॉलिटिक्स है, मैरे से तो कोई दुश्मनी है नहीं। खुद के चेहरे पर ही चुनाव लड़े जाने या फिर तीसरी पार्टी से चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि दूसरा चेहरा कहां से लाऊंगा। पहले अपने लोगों के बीच जाऊंगा, अभी मुझे कुछ भी नहीं पता है। चंद्रशेखर वाली पार्टी भीम आर्मी में जाने के सवाल पर गुढा ने कहा कि सबको पता है उनके कितने वोट आए थे।