बीकानेर-लूणकरनसर : राजस्थान में एक बार फिर हिस्ट्रीशीटर और बदमाशों पर एक्शन लिया गया। सोमवार सुबह करीब 10 बजे लूणकरनसर में गैंगस्टर रोहित गोदारा के गुर्गे दानाराम उर्फ दानिया का घर बुलडोजर से गिरा दिया गया। जो उसके पिता जगदीश के नाम पर था। इसे अवैध बताते हुए जेसीबी चलाई गई। बता दें कि दानाराम पर 50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित है।
दरअसल, लूणकरनसर के वार्ड संख्या दो में बने इस मकान को तहसीलदार ने अवैध माना। सोमवार को लूणकरनसर थाना पुलिस के साथ कालू, जामसर और महाजन थाने की पुलिस भी मौके पर तैनात की गई। चार थानों के थानेदार के साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और उप अधीक्षक भी मौके पर रहे। इसके बाद जेसीबी ने सुबह करीब आठ बजे तोड़फोड़ शुरू कर दी। जगदीश जाट के घर से सभी लोगों को बाहर निकाला गया। सामान निकालने के लिए समय दिया गया। बाद में तोड़फोड़ शुरू कर दी गई। अंदर बने कमरे और घर की दीवारों को देखते ही देखते मलबे में तब्दील कर दिया गया।
इस मलबे को सरकार के निर्देश पर ही यहां से हटाया जाएगा। अगर मलबे को हटाने का प्रयास किया जाएगा तो फिर से कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए भी बीट कॉन्स्टेबल और लूणकरनसर पुलिस को पाबंद किया गया है।
सरकारी जमीन पर था मकान
हिस्ट्रीशीटर दानाराम के पिता जगदीश ने सरकारी जमीन पर अवैध रूप से मकान बनाया हुआ था। मकान में कमरे, आंगन, स्टोर सब कुछ बने हुए थे। पुलिस थाने से महज 300 मीटर दूर कस्बे की सुरनाणा रोङ पर घर बना रखा था।
बीकानेर में 10 मामले दर्ज
दानाराम के खिलाफ बीकानेर में कुल 10 मामले हत्या के प्रयास, मारपीट, अवैध हथियार और अवैध वसुली के दर्ज हैं। जो अलग-अलग थानों में दर्ज हैं। इसमें लूणकरणसर में फिरौती का एक मामला दर्ज है। जबकि बीकानेर के गंगा शहर और एक अन्य थाने में आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज है। 10 में से 3 मामलों में वह फरार चल रहा है।
प्रशासन की ये रही तैयारी
मौके पर पुलिस एक जेसीबी, तीन ट्रेक्टर ट्रोली, पानी का टैंकर, आंसू गैस वाहन और 300 जवानों के साथ सुबह 7 बजे पहुंची। मकान से समान रात्रि में ही हटा लिया गया था। दानाराम के पिता सहित परिवार के सदस्यों ने किसी भी प्रकार का विरोध नहीं किया। मकान व दुकान को तोड़ने में प्रशासन को लगभग तीन घंटे का समय लगा।
बीकानेर में हो चुकी कार्रवाई
पुलिस इन दिनों हिस्ट्रीशीटर्स पर कार्रवाई कर रही है। इससे पहले बीकानेर में दीपक अरोड़ा के घर पर भी जेसीबी चलाई गई था। हालांकि वहां मकान तोड़ने के बजाय कुछ छपरे तोड़कर पुलिस वापस लौट गई। दीपक अरोड़ा ने दावा किया कि उसके पास यूआईटी का पट्टा है। घर अतिक्रमण की श्रेणी में नहीं आता।
अभी और होगी कार्रवाई
बीकानेर में हिस्ट्रीशीटर्स पर कार्रवाई का सिलसिला अभी चल रहा है। कुल पांच हिस्ट्रीशीटर्स पर कार्रवाई के लिए प्लान बन चुका है। आने वाले दिनों में उनके घरों पर भी जेसीबी चलाई जा सकती है। हालांकि इससे पहले संबंधित विभाग से मकान व जमीन का सही स्टेट्स का पता लगाया जा रहा है।