जोधपुर : जोधपुर शहर में 5 बदमाशों ने हिस्ट्रीशीटर के गोली मार दी। हिस्ट्रीशीटर की हालत गंभीर बनी हुई है। गोली बदला लेने के लिए मारने की बात सामने आ रही है। घटना पुलिस कमिश्नरेट के वित्राग सिटी के पास बुधवार शाम 4 की है। बदमाशों ने 3 से 4 राउंड फायर किए।
जिस युवक को गोली लगी है, वह राकेश मांजू है। मांजू हिस्ट्रीशीटर है और उसकी बदमाश विक्रम सिंह नांदिया से पुरानी रंजिश चल रही है। पहले भी राकेश मांजू और विरोधी गुट के बीच फायरिंग की घटना हो चुकी है। आज विक्रम गुट के बदमाशों ने राकेश मांजू के गोली मार दी। गोली बाएं कंधे पर लगी। घटना की जानकारी मिलने पर शास्त्रीनगर थाना अधिकारी जोगेंद्र सिंह हॉस्पिटल पहुंचे।
एमडीएम अस्पताल अधीक्षक डॉ. विकास राजपुरोहित ने बताया युवक की हालत क्रिटिकल है। फिलहाल सिटी स्कैन और एक्स-रे करवाया जा रहा है। इसके बाद ही पता चल सकेगा की उसे कितनी गोली लगी है। इधर, घटना की सूचना मिलने के बाद युवक के साथी भी हॉस्पिटल पहुंच गए। राकेश मांजू को लगभग 4 यूनिट ब्लड चढ़ाया गया है, उसे अब आईसीयू में शिफ्ट किया गया है।
दो साल पहले हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह पर की थी फायरिंग
दो साल पहले राकेश मांजू ने शिवरात्रि के दिन शहर के डालीबाई मंदिर चौराहा के पास विक्रम सिंह को गोली मार दी थी। इस दौरान विक्रमसिंह नांदिया कार में ही बैठा था। तब पहले से रेकी कर रहे राकेश मांजू और उसके साथियों ने सामने आकर अचानक से फायरिंग कर दी थी। इससे एक गोली उसकी कमर के बाएं हिस्से में पसली के पास में लगी। मगर समय पर अस्पताल जाने से उसकी जान बच गई। बताया जा रहा है कि इसी का बदला विक्रम सिंह की गैंग ने लिया है।
बजरंग सिंह पालड़ी ने ली फायरिंग की जिम्मेदारी
इस घटना के बाद विक्रम सिंह नांदिया के साथी बजरंग सिंह पालड़ी ने इसकी जिम्मेदारी ली। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किया है कि जोधपुर में राकेश मांजू इसका काम हुआ है, इसकी जिम्मेदारी मैं लेता हूं। यह बदला विक्रम सिंह नांदिया के ऊपर हुए हमले का बदला था। रही बात दुश्मनों की तो उसका भी इलाज करेंगे।
विक्रम पर फायरिंग के बाद गुजरात से हुआ था गिरफ्तार
मांजू को विक्रम पर फायरिंग करने के बाद 20 अप्रैल 2021 को गुजरात के डीसा से गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद इस मामले में उसे जमानत मिल गई थी। बताया जा रहा है कि दोनों गैंग के बीच दुश्मनी थमी नहीं थी। विक्रम के साथी बदला लेने की फिराक में थे। इधर, जेल से बाहर आने के बाद मांजू ने कंट्रैक्शन का काम शुरू कर दिया था।
पहले से सोयायटी में बैठे थे बदमाश
डीसीपी वेस्ट गौरव यादव ने बताया कि मांजू बालेसर में कंट्रैक्शन काम करता था और वित्राग सिटी में उसका आना-जाना था। बदमाशों को पता था कि बुधवार को भी वह किसी से मिलने वहां गया है। ऐसे में सोसायटी के अंदर ही करीब पांच बदमाश पहले से बैठे थे। मांजू जैसे ही फ्लैट से निकलकर सोसायटी के गेट के पास आया तो बदमाशों ने पीछे से फायरिंग कर दी।
उन्होंने बताया कि फायरिंग की जिम्मेदारी लेने वाला जोधपुर जिले के भोपालगढ़ का रहने वाला है। पुलिस ने करीब 10 लोगों की पहचान की है।